Category : मौके | Sub Category : बिजनेस आइ़डिया Posted on 2019-03-11 04:03:43
नई दिल्ली. common
service center: आप काफी कम इन्वेस्टमेंट
में बिजनेस करना चाहते हैं तो तैयार हो जाइए। खुद सरकार आपको यह मौका दे रही है।
केंद्र सरकार कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) का दायरा बढ़ाने जा रही है। अब छोटे कारोबारी भी CSC में अपना रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। इससे CSC की इनकम बढ़ जाएगी। CSC अधिकारियों ने कहा कि CSC-VLE
(विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर्स) की इनकम बढ़कर 30 हजार रुपए महीना हो सकती है।
क्या है वीएलई योजना
दरअसल, नेशनल ई-गवर्नेंस प्लान के तहत सरकार सभी सरकारी सर्विसेस सस्ती दर पर लोगों तक पहुंचाना चाहती है। इसके लिए डिपार्टमेंट ऑफ इन्फॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी द्वारा देश भर में कॉमन सर्विस सेंटर (common service center) खोले जाने हैं। कॉमन सर्विस सेंटर, जिन युवकों को दिया जाता है, उन्हें विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर कहा जाता है। एक सीएससी (CSC) में सरकारी, प्राइवेट और सोशल सेक्टर जैसे टेलीकॉम, एग्रीकल्चर, हेल्थ, एजुकेशन, एंटरटेनमेंट, एफएमसीजी प्रोडक्ट, बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विस, सभी तरह के प्रमाणपत्र, आवेदन पत्र और यूटिलिटी बिल की पेमेंट की जा सकती है। सरकार सीएससी में मिलने वाले प्रोडक्ट्स की सर्विसेज की संख्या बढ़ाती जा रही है। जैसे कि अब यहां इंश्योरेंस प्रोडक्ट भी बेचे जा सकते हैं।
कितना करना होगा
इन्वेस्टमेंट
यदि आप कॉमन सर्विस सेंटर खोलना चाहते हैं तो आपके पास कम से 100 से 150 वर्ग फुट स्पेस होना चाहिए। इसके अलावा कम से एक कम्प्यूटर (यूपीएस के साथ), एक प्रिंटर, डिजिटल/वेब कैमरा, जेनसेट या इन्वर्टर या सोलर पैनल, ऑपरेटिंग सिस्टम और एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर, ब्रॉडबैंड कनेक्शन होना चाहिए। इन सब पर आपको 2 से 2.5 लाख रुपए का इन्वेस्टमेंट करना पड़ सकता है।
वीएलई बनने के लिए क्या करना होगा
वीएलई बनने के लिए आपके पास आधार नंबर होना जरूरी है। इसके जरिए आप https://csc.gov.in वेबसाइट पर जाकर रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। उसके आधार पर आपको ओटीपी नंबर मिलेगा। इसके जरिए आप सीएससी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यदि आप ऑफलाइन आवेदन करना चाहते हैं तो ग्राम पंचायत या नगर पंचायत स्तर पर एक कमेटी का गठन किया जा रहा है। आपको इस कमेटी के पास आवेदन करना होगा, जो आपके प्रपोजल की स्टडी करने के बाद आपको सीएससी का लाइसेंस देगी।
ऐसे कर सकते हैं
कमाई
सीएससी में पैन कार्ड, आधार कार्ड, इलेक्शन कार्ड, मतदाता सूची में नाम जुड़वाना, पहचान पत्र, पासपोर्ट बनाने की सुविधा दी जा सकती है। इसके अलावा आप मोबाइल रिचार्ज, मोबाइल बिल पेमेंट, डीटीएच रिचार्ज, इंस्टैंट मनी ट्रांसफर, डाटा कार्ड रिचार्ज, एलआईसी प्रीमियम, रेड बस, एसबीआई लाइफ, बिल क्लाउड जैसी निजी सेवाएं भी उपलब्ध करा सकते हैं। यहां बैंकिंग, इन्श्योरेंस और पेंशन सर्विस भी दी जा सकती है। सीएससी में प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम, डिजिटल लिटरेसी प्रोग्राम, वोकेशनल व स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जा सकती है। किसानों को सीएससी के माध्यम से मौसम की जानकारी व मिट्टी की जांच जैसी सर्विसेस भी दी जाएंगी। इतना ही नहीं टेलीमेडिसन सर्विस भी लोगों को उपलब्ध कराई जा सकती है।
गांवों में इंटरनेट पहुंचा रहे हैं वीएलई
टेलिकॉम मिनिस्ट्री की एक रिसर्च के मुताबिक, अब सीएससी के माध्यम से ग्रामीण इलाकों में इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की पहुंच हो रही है। इंटरनेट से जुड़ी सर्विस गांवों में भी पहुंच रही हैं। इन सेंटर्स में आईडी कार्ड एवं वेडिंग कार्ड की प्रिंटिंग, लेमिनेशन, डिजाइनिंग, डॉक्युमेंट की स्कैनिंग व प्रिंटिंग होती है। स्टूडेंट्स को कम्प्यूटर सिखाया जाता है और वह आसपास के गांवों के युवाओं को जॉब फॉर्म भी देते हैं, जिन्हें अलग-अलग वेबसाइट से डाउनलोड किया जाता है।